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चंडीगढ़ में आयोजित हुई फ्री हिप्नोटिज्म वर्कशॉप, ग्रैंडमास्टर गुरु दीपक पाटिल ने दिया मानसिक रोगों से मुक्ति का मंत्र

चंडीगढ़ (सीनियर ब्यूरो चीफ नरिंदर चावला):- मानसिक तनाव से उपजी बीमारियों के समाधान हेतु हिप्नोटिज्म, ऑटो सजेशन और त्राटक जैसी विधाओं को अपनाना आज की जरूरत बन चुकी है। इसी संदेश को लेकर इंटरनेशनल ट्रेनिंग प्राप्त ग्रैंडमास्टर गुरु दीपक पाटिल द्वारा गुरुवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक फ्री हिप्नोटिज्म वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में पत्रकारों और आम नागरिकों ने भाग लेकर हिप्नोटिज्म की प्राचीन और प्रभावशाली तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।

गुरु दीपक पाटिल ने बताया कि आज की आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों में जहां अंग्रेजी दवाओं के साइड इफेक्ट चिंता का विषय बनते जा रहे हैं, वहीं वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां जैसे कि मेडिकल हिप्नोसिस, मैग्नेटिज्म, त्राटक और मेस्मेरिज्म फिर से लोकप्रिय हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इन विधाओं के जरिये 70% तक की बीमारियां, जो मानसिक तनाव से जुड़ी होती हैं, उनका समाधान संभव है।

ग्रैंडमास्टर ने कहा, “हिप्नोटिज्म कोई अंधविश्वास नहीं, बल्कि एक विज्ञान है। ऑटो सजेशन तकनीक के माध्यम से व्यक्ति अपने सबकॉन्शियस माइंड को ट्रेन कर बीमारियों से मुक्ति पा सकता है।” उन्होंने चेतावनी दी कि कई स्वयंभू बाबा और ढोंगी इस विद्या का गलत इस्तेमाल कर लोगों को भ्रमित करते हैं, जिससे सतर्क रहना आवश्यक है।

गुरु दीपक पाटिल ने यह भी बताया कि मेडिकल हिप्नोसिस कोई नई खोज नहीं है, बल्कि यह हजारों वर्षों पुरानी विद्या है, जिसे हमारे पूर्वज प्रभावी रूप से अपनाते थे। आज की तेज़-तर्रार जीवनशैली में यह तकनीक न केवल तनाव और भय को दूर करने में सहायक है, बल्कि एकाग्रता और लक्ष्य निर्धारण में भी सहायक सिद्ध हो रही है।

कार्यक्रम के अंत में यह घोषणा की गई कि अगले दो दिन शहर में और भी वर्कशॉप्स का आयोजन किया जाएगा, जिनमें माइंड फोकस और आत्मविकास से जुड़ी तकनीकें सिखाई जाएंगी। इच्छुक लोग हिप्नोटिज्म हेल्पलाइन नंबर 9371768876 पर संपर्क कर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

इस वर्कशॉप के सफल आयोजन के लिए चंडीगढ़ प्रेस क्लब व आयोजकों को प्रतिभागियों ने धन्यवाद दिया और ग्रैंडमास्टर गुरु दीपक पाटिल के मार्गदर्शन की सराहना की।

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