करतारपुर साहिब कॉरिडोर को तुरंत खोला जाए : ग्लोबल सिख काउंसिल की प्रधानमंत्री मोदी से अपील
✍🏻 सीनियर ब्यूरो चीफ़ – नरिंदर चावला
🗓️ चंडीगढ़, 17 जुलाई 2025
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विश्व सिख समुदाय की एक प्रमुख संस्था ग्लोबल सिख काउंसिल (GSC) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को तुरंत दोबारा खोलने की अपील की है। संस्था ने कहा है कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच हालात सामान्य हो चुके हैं, तो धार्मिक यात्रा को राजनीतिक तनाव की भेंट नहीं चढ़ाया जाना चाहिए।
कॉरिडोर को भारत सरकार ने 7 मई 2025 को पहलगाम आतंकी हमले और सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण बंद कर दिया था। लेकिन अब जब दोनों देशों के बीच संघर्षविराम लागू हो चुका है और सामान्य स्थिति बहाल हो रही है, तो इस पवित्र धार्मिक मार्ग को बंद रखना अनुचित है।
ग्लोबल सिख काउंसिल की अध्यक्ष डॉ. कंवलजीत कौर और महासचिव हरजीत सिंह ग्रेवाल ने आज जारी बयान में कहा,
“करतारपुर साहिब कॉरिडोर कोई साधारण मार्ग नहीं, बल्कि यह सिखों की आत्मिक आस्था और धार्मिक भावनाओं से जुड़ा जीवन रेखा है। इस कॉरिडोर के माध्यम से दुनिया भर से सिख श्रद्धालु गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर के दर्शन कर पाते हैं – जो श्री गुरु नानक देव जी का अंतिम तपस्थल है।”
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की ओर से यह कॉरिडोर अब भी खुला है, जबकि भारत ने इसे अनिश्चितकाल के लिए बंद कर रखा है, जिससे हजारों श्रद्धालु दर्शन से वंचित हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी को भेजे पत्र में GSC ने स्पष्ट किया है कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर धर्म, शांति और अंतरराष्ट्रीय सौहार्द का प्रतीक है। उन्होंने अपील की कि धार्मिक यात्राओं को कभी भी राजनीतिक या प्रशासनिक कारणों से रोका नहीं जाना चाहिए।
GSC का कहना है कि जब पाकिस्तान की खेल टीमों को भी भारत में आने की अनुमति मिल चुकी है, तब श्रद्धालुओं की धार्मिक यात्रा पर प्रतिबंध उचित नहीं है। संस्था ने भारत सरकार के गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से आग्रह किया है कि वे इस मामले में त्वरित और संवेदनशील निर्णय लें।
डॉ. कंवलजीत कौर ने जोर देते हुए कहा:
“करतारपुर साहिब कोई राजनीतिक विषय नहीं, बल्कि यह धार्मिक अधिकार और आत्मिक स्वतंत्रता से जुड़ा मुद्दा है। इसका बंद रहना न केवल अन्याय है, बल्कि इससे वैश्विक सिख संगतों की भावनाओं को भी ठेस पहुंच रही है।”
ग्लोबल सिख काउंसिल ने सभी सिख संस्थाओं, पंजाब सरकार, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों से भी अपील की है कि वे एकजुट होकर करतारपुर साहिब कॉरिडोर के पुनः खुलने के लिए आवाज उठाएं, ताकि श्रद्धालु एक बार फिर इस पवित्र स्थान के दर्शन लाभ प्राप्त कर सकें।