700 लोगों से ठगे 100 करोड़ रुपए: रुद्राक्ष ओवरसीज के खिलाफ लीगल नोटिस, जल्द होगा विरोध प्रदर्शन
चंडीगढ़ (सीनियर ब्यूरो चीफ नरिंदर चावला):- मोहाली फेज-1 स्थित रुद्राक्ष ओवरसीज सॉल्यूशंस कंपनी द्वारा किए गए करोड़ों के घोटाले का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। करीब 700 लोगों से 100 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी करने के आरोपों में घिरी कंपनी के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई तेज हो गई है। इस मामले में शिकायतकर्ताओं की ओर से एडवोकेट गोपाल सिंह नेहल ने पंजाब के डीजीपी और मोहाली एसएसपी को लीगल नोटिस भेजा है।
एडवोकेट नेहल ने नोटिस में पुलिस पर आरोप लगाया है कि वह सभी शिकायतकर्ताओं की संयुक्त एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर रही है। साथ ही, पीड़ितों के पासपोर्ट और ओरिजिनल डॉक्युमेंट्स अब तक बरामद नहीं किए गए हैं। इसके अलावा, मुख्य आरोपी राकेश रिखी के परिवार के सदस्यों – प्रभा रिखी, ध्रुव रिखी और कशिश रिखी – को एफआईआर में नामजद नहीं किया गया है, जबकि ठगे गए धन का लेनदेन इनके खातों में हुआ है।
एडवोकेट नेहल की मांगें:
- सभी शिकायतकर्ताओं की अलग-अलग एफआईआर तुरंत दर्ज की जाए।
- रिखी परिवार के उन सभी सदस्यों को एफआईआर में नामजद किया जाए जिनके खातों में पैसे का लेन-देन हुआ।
- सभी पीड़ितों के पासपोर्ट और मूल दस्तावेजों को तत्काल वापस दिलाया जाए।
क्या है पूरा मामला?
रुद्राक्ष ओवरसीज नाम की इस कंपनी ने विदेश भेजने का झांसा देकर आम जनता से लाखों रुपए की ठगी की। सोशल मीडिया और लुभावने विज्ञापनों के जरिये राकेश रिखी और उसके 5 साथियों ने लोगों को फंसाया। हैरानी की बात यह है कि कंपनी का लाइसेंस दो बार सस्पेंड हो चुका था, इसके बावजूद ठगी का खेल जारी रहा। अब तक इस घोटाले में 37 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं और राकेश रिखी को अभी तक जमानत नहीं मिली है।
सड़कों पर उतरने की तैयारी
पीड़ितों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें मजबूर होकर सड़कों पर उतरना पड़ेगा और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं और पीड़ित अब न्याय की मांग को लेकर एकजुट हो गए हैं।
यह मामला अब सिर्फ ठगी का नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था और जनविश्वास से जुड़ा गंभीर मुद्दा बन चुका है। देखना होगा कि प्रशासन कब तक आंख मूंदे बैठा रहता है या जल्द ही पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाते हैं।