भारत-पाक सीमा पर हड़ प्रभावित परिवारों को मिला संत निरंकारी मिशन का सहारा
पठानकोट (30 अगस्त 2025, प्रेम): भारत-पाक सीमा से सटे आधा दर्जन गांवों में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से 60 से अधिक परिवार बेघर हो गए। इन प्रभावित परिवारों को संत निरंकारी भवन नरोट जैमल सिंह में शरण दी गई है, जहां उनके रहने, भोजन, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की पूरी व्यवस्था संत निरंकारी मिशन द्वारा की जा रही है।
संत निरंकारी ब्रांच नरोट जैमल सिंह के संयोजक महात्मा बंसी लाल ने बताया कि यह सेवा सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से संभव हो पाई है। उन्होंने कहा कि संतों और महापुरुषों द्वारा पीड़ित परिवारों की हर संभव सहायता की जा रही है।
उन्होंने जानकारी दी कि कोहलियां, पम्मा, भोआ, खड़कड़ा समेत आसपास के कई गांवों से आए प्रभावित परिवारों को भवन में तब तक रखा जाएगा, जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता।
वहीं जोनल इंचार्ज महात्मा मनोहर लाल शर्मा ने कहा कि संत निरंकारी मिशन का उद्देश्य हमेशा मानवता की सेवा और जनकल्याण रहा है। मिशन समय-समय पर रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, निःशुल्क चिकित्सा परामर्श और नेत्र शिविर आयोजित करता रहा है। प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्यों में भी मिशन अग्रणी भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा कि मिशन की सेवाओं को देखते हुए राज्य सरकारें समय-समय पर इसे सम्मानित और सराहना करती रही हैं। इस राहत कार्य ने प्रभावित परिवारों को जहां सुरक्षित ठिकाना दिया है, वहीं मानवता की असली मिसाल भी पेश की है।