विहिप पंजाब ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग को लेकर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
चंडीगढ़17 अप्रैल 2025 (मनोज शर्मा) :-पश्चिम बंगाल में लगातार बढ़ रही सांप्रदायिक अशांति और हिंसक घटनाओं को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप), पंजाब ने चिंता जताते हुए बुधवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन भारत के राष्ट्रपति के नाम संबोधित था, जिसमें पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई है।
विहिप के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में पश्चिम बंगाल, विशेषकर मुर्शिदाबाद और अन्य जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि हालिया हिंसक घटनाओं में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया है। मंदिरों, घरों और व्यवसायों पर हुए हमलों का हवाला देते हुए परिषद ने राज्य सरकार की विफलता की निंदा की है।
ज्ञापन में विहिप ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार की उदासीनता और तुष्टिकरण की राजनीति ने राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को चरमराने पर मजबूर कर दिया है, जिससे हिंदू समुदाय की संवैधानिक सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
विहिप पंजाब इकाई की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- भारत के संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति का तत्काल हस्तक्षेप।
- पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
- मुर्शिदाबाद हिंसा की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए।
- शांति व्यवस्था बहाल करने हेतु केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती।
- हिंसा पीड़ितों को मुआवजा और पुनर्वास की व्यवस्था।
विहिप पंजाब के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता, महासचिव सुनील दत्त, उप महासचिव प्रशांत जोशी और संपर्क प्रमुख प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को यह ज्ञापन सौंपा। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि पंजाब के नागरिकों और संगठन की चिंताओं को भारत के माननीय राष्ट्रपति तक शीघ्र पहुंचाया जाए, ताकि राज्य में शांति और संविधान की मर्यादा को सुनिश्चित किया जा सके।
विहिप नेताओं ने कहा कि यदि केंद्र सरकार और राष्ट्रपति स्तर पर तुरंत हस्तक्षेप नहीं किया गया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने राष्ट्र की एकता और नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपील की।