मानव एकता दिवस पर संत निरंकारी मिशन द्वारा 381 यूनिट रक्तदान, मुख्य अतिथि तरुण भण्डारी रहे मौजूद
चंडीगढ़, 24 अप्रैल 2025 (वरिष्ठ ब्यूरो प्रमुख नरिंदर चावला):- मानव एकता दिवस के उपलक्ष्य में आज संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा संत निरंकारी सत्संग भवन, सेक्टर 30-ए, चंडीगढ़ में एक भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में निरंकारी श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से रक्तदान करते हुए 381 यूनिट रक्त एकत्र किया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी भी देखने को मिली।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव श्री तरुण भण्डारी ने मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचकर शिविर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, “रक्तदान शिविर तो बहुत देखे हैं, परंतु ऐसा समर्पण और सेवा भाव बहुत कम देखने को मिलता है, जहां लोग बिना किसी स्वार्थ के, स्वयंसेवा की भावना से रक्तदान के लिए पंक्तियों में खड़े होते हैं।”
श्री भण्डारी ने संत निरंकारी मिशन की सराहना करते हुए कहा कि यह मिशन न केवल आध्यात्मिक जागरूकता फैला रहा है बल्कि सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों जैसे सफाई अभियान, वृक्षारोपण और जल शुद्धिकरण में भी उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा और मिशन की परोपकारी सोच का परिणाम है।
इस अवसर पर ज़ोनल इंचार्ज श्री ओ.पी. निरंकारी जी ने बताया कि मानव एकता दिवस, युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी के परोपकारी जीवन और लोककल्याण की भावना को समर्पित है। उन्होंने कहा कि युगदृष्टा सत्गुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के संदेश “रक्त नाड़ियों में बहना चाहिए, नालियों में नहीं” को आत्मसात करते हुए निरंकारी मिशन वर्ष 1986 से इस दिन को रक्तदान दिवस के रूप में मना रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि आज भारत के लगभग 500 स्थानों पर ऐसे रक्तदान शिविर आयोजित किए गए, जिनके माध्यम से अब तक कुल 15 लाख यूनिट रक्त मानवता की सेवा हेतु दान किया जा चुका है।
श्री ओ.पी. निरंकारी ने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, “हमारे शरीर में परमात्मा ने एक प्राकृतिक रिजर्व सिस्टम बनाया है, जिसके कारण हम रक्तदान कर पाते हैं। जब हम किसी जरूरतमंद के लिए रक्तदान करते हैं, तो वह केवल एक दान नहीं, बल्कि जीवनदान होता है। यह सच्चे मानवता दिवस की व्याख्या है।”
इस अवसर पर चंडीगढ़ के संयोजक श्री नवनीत पाठक ने पी.जी.आई. चंडीगढ़ और मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, सेक्टर 16 से आई डॉक्टरों की टीम, सभी रक्तदाताओं, मनीमाजरा व चंडीगढ़ के मुखीगणों, सेवादल अधिकारियों व सेवादल के समर्पित सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
यह आयोजन मानवता, सेवा और एकता का जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया, जिसमें संत निरंकारी मिशन का परोपकारी स्वरूप पूर्ण रूप से परिलक्षित हुआ।