बजट 2025: शेयर बाजार पर प्रभाव और निवेशकों की प्रतिक्रिया |
नई दिल्ली, 1 फरवरी 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025 का भारतीय शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। बजट घोषणाओं के चलते बाजार में शुरुआती अस्थिरता देखी गई, लेकिन बाद में सुधार के संकेत मिले।
शेयर बाजार की प्रारंभिक प्रतिक्रिया
बजट के पेश होने के तुरंत बाद, बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। खासतौर पर, स्टॉक्स मार्केट में सरकारी नीतियों के बदलावों और कर सुधारों के चलते निवेशकों में चिंता देखी गई। हालांकि, बाद में बाजार ने कुछ हद तक रिकवरी भी की।
प्रमुख बजट घोषणाएं और उनका प्रभाव
- कर नीतियों में बदलाव: बजट में सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) में वृद्धि की घोषणा की गई, जिससे निवेशकों की लागत बढ़ सकती है। इस कारण बाजार में शुरुआती नकारात्मक प्रभाव देखा गया।
- इंफ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा सेक्टर पर जोर: सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा सेक्टर में निवेश बढ़ाने की घोषणा की, जिससे इन क्षेत्रों के स्टॉक्स को समर्थन मिला।
- PSU और बैंकिंग सेक्टर पर प्रभाव: सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) और बैंकिंग सेक्टर में कुछ राहत भरे कदम उठाए गए, जिससे इन कंपनियों के शेयरों में सकारात्मक रुझान देखा गया।
विशेषज्ञों की राय
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि बजट के अल्पकालिक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर भी हो सकता है। बाजार की चाल सरकार की नीतियों, वैश्विक आर्थिक घटनाओं और निवेशकों की भावनाओं पर निर्भर करेगी।
निवेशकों के लिए सुझाव
- बजट के बाद के रुझानों पर नजर रखें और जल्दबाजी में निवेश से बचें।
- उन सेक्टर्स पर ध्यान दें जिन्हें बजट से अधिक लाभ मिलने की संभावना है, जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर और बैंकिंग।
- विशेषज्ञों की सलाह लेकर दीर्घकालिक निवेश रणनीति अपनाएं।
बजट 2025 के प्रभावों का आंकलन अभी जारी है, और आने वाले दिनों में बाजार की दिशा स्पष्ट हो सकती है। निवेशकों को सतर्कता और सूझबूझ के साथ फैसले लेने की सलाह दी जाती है।