सिविल सर्जन ने किया नशा-मुक्ति और पुनर्वास केंद्र का अचानक दौरा |
स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं का लिया जायजा, दिए आवश्यक निर्देश, मरीजों को स्वस्थ कर घर भेजने के लिए प्रतिबद्ध स्वास्थ्य विभाग : डॉ. संगीता जैन
सएएस नगर, 5 फरवरी:सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन ने आज सुबह सेक्टर-66 स्थित सरकारी नशा-मुक्ति और पुनर्वास केंद्र का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने विभिन्न वार्डों का दौरा कर मरीजों से बातचीत की और उनके इलाज एवं पुनर्वास प्रक्रिया को समझा।
सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि मरीजों को अधिकतम शारीरिक गतिविधियों में शामिल किया जाए, ताकि वे नशे की लत से पूरी तरह मुक्त हो सकें। उन्होंने स्टाफ की उपस्थिति रजिस्टर की जांच की और निर्देश दिए कि सभी कर्मचारी पूरी निष्ठा और समयबद्धता के साथ अपने कार्य का निर्वहन करें।
मरीजों के प्रति हमदर्दी और संवेदनशीलता जरूरी
डॉ. जैन ने स्टाफ से कहा कि नशा छोड़ने वाले मरीजों के साथ प्यार और संवेदनशील व्यवहार किया जाए। अगर कोई मरीज कभी कठोर प्रतिक्रिया भी देता है, तो उसे संयम और सहानुभूति के साथ संभाला जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य नशे और मानसिक रोगों से ग्रस्त मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ कर उनके घर भेजना है।
डॉ. जैन ने मरीजों को मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं की जानकारी भी ली और कहा कि सरकार द्वारा उन्हें निःशुल्क आवास, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने नशा मुक्ति को अन्य बीमारियों की तरह ही एक बीमारी बताया, जिसका उपचार पूरी तरह संभव है।
केंद्र में मरीजों के लिए कई सुविधाएं
सिविल सर्जन ने बताया कि केंद्र में मरीजों को ओपन जिम, टेलीविजन, म्यूजिक सिस्टम और खेलकूद गतिविधियों जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। इसका उद्देश्य मरीजों को घर जैसा माहौल देना है, ताकि उनका ध्यान नशे की लत से हट सके और वे एक सामान्य जीवन जी सकें।
उन्होंने कहा कि नशा छोड़ने के इच्छुक व्यक्ति किसी भी सरकारी स्वास्थ्य संस्था में जाकर मदद ले सकते हैं। वहां उनकी आवश्यक जांच के बाद उचित इलाज शुरू किया जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर उनके परिवार, रिश्तेदार या पड़ोस में कोई व्यक्ति नशे की लत से जूझ रहा है और इससे मुक्त होना चाहता है, तो उसे प्रेरित कर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाएं।
हेल्पलाइन 104 पर मिल सकती है सहायता
डॉ. जैन ने बताया कि नशा मुक्ति का इलाज पूरी तरह निःशुल्क है और इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग की मेडिकल हेल्पलाइन 104 पर संपर्क किया जा सकता है।