जीएमसीएच ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ किया प्रदर्शन, जलाया पुतला
चंडीगढ़, 12 फरवरी 2025 – चंडीगढ़ में सरकारी कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। जीएमसीएच एम्पलाइज एंड वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने कोऑर्डिनेशन कमेटी के बैनर तले सोमवार को चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुतला जलाकर नाराजगी जताई।
यह प्रदर्शन जीएमसीएच सेक्टर-32 अस्पताल के गेट नंबर 4 के बाहर दोपहर 1:00 बजे से 2:30 बजे तक चला, जिसमें अस्पताल के विभिन्न विभागों के सैकड़ों कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से अपनी लंबित मांगों को जल्द पूरा करने की अपील की।
लंबे समय से लंबित हैं कर्मचारी संगठनों की मांगें
ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रधान सुखबीर सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ में कार्यरत कर्मचारियों और आउटसोर्स कर्मियों की कई महत्वपूर्ण मांगें वर्षों से लंबित हैं। इनमें प्रमुख रूप से:
- आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए सुरक्षित नीति बनाना
- पीजीआई की तर्ज पर जीएमसीएच-32, जीएमएसएच-16 और अन्य विभागों में समान कार्य के लिए समान वेतन लागू करना
- डीसी रेट की विसंगतियों को दूर करना
- समान ग्रेड पे वाले कर्मचारियों को समान डीसी रेट देना
- आउटसोर्स कर्मचारियों की बंद हुई मेडिकल सुविधा बहाल करना
- पेंडिंग सैलरी और बोनस का भुगतान करना
- पेमेंट ऑफ बोनस एक्ट 1965 (संशोधित 2015) को लागू करना
इन मांगों को लेकर जीएमसीएच ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने प्रदर्शन कर प्रशासन का पुतला जलाया।

प्रशासन की अनदेखी पर बढ़ेगा आंदोलन
कोऑर्डिनेशन कमेटी के महासचिव राकेश कुमार ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन को कर्मचारियों की मांगों को लेकर कई बार पत्र लिखा गया और बैठकें भी की गईं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
उन्होंने कहा कि कोऑर्डिनेशन कमेटी ने 7 दिसंबर 2024 को हुई कन्वेंशन में निर्णय लिया था कि प्रशासन के ढीले रवैये के खिलाफ विभिन्न विभागों में प्रदर्शन कर पुतला जलाया जाएगा। इसी कड़ी में जीएमसीएच-32 में प्रशासन का सातवां पुतला जलाया गया।
राकेश कुमार ने चेतावनी दी कि यह प्रदर्शन 31 मार्च 2025 तक विभिन्न विभागों में जारी रहेगा। यदि प्रशासन ने जल्द कोई निर्णय नहीं लिया तो 8 अप्रैल 2025 को चंडीगढ़ के हजारों कर्मचारी यूटी सचिवालय का घेराव करेंगे और एक बार फिर प्रशासन के खिलाफ पुतला जलाकर विरोध दर्ज कराएंगे।