एसएएस नगर (मोहाली) में ‘नक्शा’ परियोजना का शुभारंभ: संपत्ति कर निर्धारण के लिए होगा ड्रोन सर्वेक्षण
मोहाली, 18 फरवरी 2025 (नरिंदर चावला): नगर निगम, एसएएस नगर (मोहाली) में ‘नक्शा’ परियोजना का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना के तहत संपत्ति कर निर्धारण और भूमि रिकॉर्ड को सटीक बनाने के लिए ड्रोन सर्वेक्षण किया जाएगा।
क्या है ‘नक्शा’ परियोजना?
‘नक्शा’ परियोजना, भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के भूमि संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही एक राष्ट्रीय पहल है। इसके तहत देश के 26 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 152 शहरों को शामिल किया गया है। पंजाब में यह परियोजना 6 शहरों में लागू होगी, जिसमें एसएएस नगर (मोहाली) भी शामिल है।
परियोजना का मुख्य उद्देश्य
नगर निगम मोहाली के आयुक्त टी. बेनिथ ने बताया कि यह शहर सर्वेक्षण कार्यक्रम 4142.63 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करेगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य है:
✔ सटीक भूमि रिकॉर्ड तैयार करना
✔ शहरी नियोजन को मजबूत करना
✔ बुनियादी ढांचे के विकास में सुधार करना
✔ भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से शहरी विकास को सुव्यवस्थित बनाना
ड्रोन सर्वेक्षण से कैसे होगा फायदा?
इस पायलट परियोजना के तहत ड्रोन सर्वेक्षण से संपत्ति कर निर्धारण की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जाएगा। इससे भूमि प्रबंधन बेहतर होगा और दस्तावेजीकरण में सुधार आएगा।
शुभारंभ कार्यक्रम में प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
शुभारंभ कार्यक्रम में नगर निगम के सहायक आयुक्त मनप्रीत सिंह और जगजीत सिंह, भारतीय सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी शुभकरण सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
नक्शा परियोजना से शहरी विकास को मिलेगा बढ़ावा
अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना से शहरी विकास को नई दिशा मिलेगी और भूमि से जुड़ी अनियमितताओं को कम किया जा सकेगा। भविष्य में यह पहल संपत्ति कर संग्रहण में वृद्धि, बुनियादी ढांचे के सही नियोजन और डिजिटल भूमि रिकॉर्ड प्रणाली को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी।
👉 निष्कर्ष: ‘नक्शा’ परियोजना एसएएस नगर (मोहाली) सहित देश के कई शहरों में भूमि और संपत्ति प्रबंधन को डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। ड्रोन सर्वेक्षण से सही भूमि रिकॉर्ड तैयार होंगे, जिससे शहरी विकास को गति मिलेगी।