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न्यू दिल्ली रेस्टोरेंट को मिला भारत सरकार का ‘अन्नपूर्णा पुरस्कार’, नार्वे में लहराया भारतीय व्यंजनों का परचम

चंडीगढ़ (वरिष्ठ ब्यूरो प्रमुख नरेंद्र चावला ):– अब मिशेलिन स्टार्स को भूल जाइए, क्योंकि भारत सरकार ने विदेशों में भारतीय व्यंजनों की लोकप्रियता और गुणवत्ता को मान्यता देने के लिए एक नया रेटिंग मानक शुरू किया है — अन्नपूर्णा पुरस्कार। इस प्रतिष्ठित प्रमाणपत्र को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) द्वारा शुरू किया गया है, जो उन विदेशी रेस्टोरेंट्स को सम्मानित करता है जो प्रामाणिक भारतीय स्वाद को विदेशों में सजीव रखते हैं।

2025 में इस सम्मान के लिए 120 रेस्टोरेंट्स ने आवेदन किया, जिनमें से केवल 5 को यह पुरस्कार मिला है। इस सूची में नार्वे के प्रतिष्ठित भारतीय रेस्टोरेंट न्यू दिल्ली को भी शामिल किया गया है। इस रेस्टोरेंट के संचालक बलजीत सिंह ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में इस उपलब्धि की जानकारी दी। उन्होंने गर्व से अन्नपूर्णा सर्टिफिकेट और अवॉर्ड मीडिया को दिखाते हुए बताया कि यह केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि एक मिशन है — भारत की पाक विरासत को विश्व पटल पर पहचान दिलाना।

बलजीत सिंह ने कहा, “आज रेस्टोरेंट ओनर्स मिशेलिन स्टार्स की बजाय अन्नपूर्णा सर्टिफिकेट के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन यह इतना आसान नहीं है। इसके लिए न केवल गुणवत्ता और सेवा के सख्त मापदंडों को पूरा करना होता है, बल्कि अपने रेस्टोरेंट को एक नवजात शिशु की तरह पालन-पोषण करना पड़ता है।”

उन्होंने बताया कि यह प्रमाणपत्र उन रेस्टोरेंट्स को दिया जाता है जो विदेशों में प्रामाणिक भारतीय व्यंजनों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह न केवल स्वाद का सम्मान है, बल्कि भारतीय संस्कृति को दुनिया भर में फैलाने का माध्यम भी है।

बलजीत के पिता पिछले 40 वर्षों से नार्वे में भारतीय रेस्टोरेंट चला रहे हैं और बलजीत पिछले कुछ वर्षों से यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कोविड महामारी के दौरान उन्होंने मानवीय पहल करते हुए नर्सिंग और मेडिकल स्टाफ को मुफ्त भोजन भी उपलब्ध करवाया था।

आईसीसीआर के अनुसार अन्नपूर्णा पुरस्कार के लिए निम्नलिखित शर्तें जरूरी हैं:

  • रेस्तोरेंट को कम से कम 5 वर्षों से संचालन में होना चाहिए।
  • हर महीने कम से कम 5,000 ग्राहकों को सेवा प्रदान करनी चाहिए।
  • रेस्तोरेंट को खाद्य स्वच्छता, सुरक्षा मानकों और स्थानीय नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
  • रेस्टोरेंट ने स्थानीय समुदाय में भारतीय भोजन की लोकप्रियता और स्वीकार्यता बढ़ाने में उल्लेखनीय योगदान दिया हो।

अंतिम विजेताओं का चयन ICCR द्वारा नियुक्त एक विशेषज्ञ जूरी करती है।

बलजीत सिंह की यह उपलब्धि न केवल नार्वे के लिए बल्कि समूचे भारत के लिए गर्व का विषय है। न्यू दिल्ली रेस्टोरेंट आज भारतीय स्वाद, सेवा और संस्कृति का वैश्विक प्रतीक बन चुका है।

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