पंजाब में नशा तस्करों के लिए कोई जगह नहीं : डॉ. बलबीर सिंह
स्वास्थ्य मंत्री ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत मोहाली के सरकारी नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे
📌 (सीनियर न्यूज़ रिपोर्टर: नरिंदर चावला)
📍 एस.ए.एस. नगर, 4 मार्च :- मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान को पूरी ताकत से शुरू किया है, ताकि राज्य को नशे से मुक्त किया जा सके। यह बात पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने स्थानीय सरकारी नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र में जिले के निजी नशा मुक्ति केंद्रों के प्रबंधकों के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज बनाने के लिए निजी नशा मुक्ति केंद्रों की जवाबदेही तय की जाएगी और इन केंद्रों को यह बताना अनिवार्य होगा कि उन्होंने अब तक कितने नशे के आदी लोगों को पूरी तरह नशामुक्त किया है।
नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री ने नशा तस्करों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि “पंजाब में उनके लिए कोई जगह नहीं है।” उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, ताकि समाज में एक मजबूत संदेश दिया जा सके। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “नशा तस्कर तुरंत अपना काला कारोबार बंद कर दें, अन्यथा जेल जाने के लिए तैयार रहें।”
नशा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार नशे के आदी लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए कई प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों में इलाज के बाद पीड़ितों को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा, सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध कराकर उन्हें स्वरोजगार शुरू करने में मदद दी जाएगी।
महिलाओं से विशेष अपील
स्वास्थ्य मंत्री ने पंजाब की महिलाओं से विशेष अपील करते हुए कहा कि यदि किसी परिवार का कोई सदस्य नशे की चपेट में है, तो उसे तुरंत सरकारी नशा मुक्ति केंद्र लाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार उस व्यक्ति का पूरा इलाज करवाकर उसे एक स्वस्थ जीवन देने में मदद करेगी।
इसके अलावा, डॉ. बलबीर सिंह ने नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती मरीजों से भी बातचीत की और उन्हें हमेशा के लिए नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त (ग्रामीण विकास) सोनम चौधरी, सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन, उप चिकित्सा आयुक्त डॉ. परविंदरपाल कौर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

